कुंभ, अर्द्धकुंभ, पूर्णकुंभ और महाकुंभ में क्या अंतर होता है?
कुंभ मेला भारत के सबसे बड़े मेलों में शामिल है। हालांकि, यह भी तीन प्रकार का होता है। इसके प्रकार अर्द्धकुंभ, पूर्णकुंभ और महाकुंभ है। अब सवाल है कि इन तीनों में क्या अंतर होता है...... क्या होता है कुंभ कुंभ मेले का आयोजन भारत में चार स्थानों पर होता है। इसमें हरिद्वार, नासिक, उज्जैन और प्रयागराज शामिल है। इस दौरान श्रद्धालु गंगा, गोदावरी और क्षिप्रा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं। वहीं, प्रयागराज में लोग संगम में स्नान करते हैं। अर्द्धकुंभ मेले का आयोजन प्रत्येक छह वर्ष में एक बार किया जाता है। यह मेला सिर्फ प्रयागराज और हरिद्वार में होता है, जिसमें करोड़ों संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। क्या होता है महाकुंभ प्रयागराज में साल 2025 में आयोजित हो रहे मेले को महाकुंभ नाम दिया गया है। आपको बता दें कि जब प्रयागराज में 12 बार पूर्णकुंभ हो जाते हैं, तो उसे एक महाकुंभ का नाम दिया जाता है। पूर्णकुंभ 12 वर्ष में एक बार लगता है और महाकुंभ 12 पूर्णकुंभ में एक बार लगता है। इस प्रकार वर्षों की गणना करें, तो यह 144 सालों में एक बार आयोजित होता है। इस वजह से इसे महाकुंभ कहा जाता है। यह सबसे बड़ा मेला होता है, जिसमें सबसे अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं।
Travel Tadka Trips
1/7/20251 min read


My post content